सच
तो बहुत हैं -
कुछ खोटे, कुछ खरे
कुछ दिल दुखते
कुछ दे देते सुकुन
पर हर सच से
परे ऊपर
है परमात्मा
यह सच कि तुम हो
यहीं बसे
हर दिल कि गलीयों
में दौड़ रहा है
वोह वजुद जो
अकेला है.
तो बहुत हैं -
कुछ खोटे, कुछ खरे
कुछ दिल दुखते
कुछ दे देते सुकुन
पर हर सच से
परे ऊपर
है परमात्मा
यह सच कि तुम हो
यहीं बसे
हर दिल कि गलीयों
में दौड़ रहा है
वोह वजुद जो
अकेला है.