निस निस दिन
घुलती ढलती काया
में हर पल पिसती
पिघलती माया
सिर्फ एक डगर
पर खींचता मन है
हर साँस सहित
जीवन अर्पण है
जहाँ सर्वप्रीत
शांत संवेदना से
मनु प्रतीक मनु व्यवहार
प्रकट हो.
घुलती ढलती काया
में हर पल पिसती
पिघलती माया
सिर्फ एक डगर
पर खींचता मन है
हर साँस सहित
जीवन अर्पण है
जहाँ सर्वप्रीत
शांत संवेदना से
मनु प्रतीक मनु व्यवहार
प्रकट हो.
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