Tuesday, April 23, 2024

मैं और मेरी रचना


लगन हुआ एक बार
प्यार भी रहा इकलौता 
हुआ इक ही बार
दोस्त -
बस याराना ही 
सोभा सहा है हमें 
सो हम हैं कर पाये 
ये बारम्बार, 
सो रहने दें 
अपने बेजा 
ताने बाने 
के वार;
ऐसे ही बनाया 
हैं विधि विधाता 
के निज़ाम 
और अपनी ये रचना 
आप को हो ना हो 
मुझे है 
तहे दिल से स्वीकार ।

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