Monday, June 27, 2022

Note to Aamal

 मेरा बेटा 

मेरा प्यारा

कैसे छोड़ दें

बाप और माँ

ये जानते बुझते 

दुनिया के बदमस्त हंगामे

दूषित करते परवाज़ों को 

थोड़ी भी चूक

खाने पीने

सफ़ायी. सच्चाई से जीने में 

हिला देगी 

नींव आने वाले कल

और कल के कल की -

क्यूँकि ये उम्र बड़ी छोटी 

और आयु आख़िरत की 

निरंतर अंतहीन सालो साल है ।

1 comment:

विश्वमोहन said...

वात्सल्य की वाटिका
सुत सजे नरगिस
पुलकित पुष्पित पल्लवित
जैसी परवरिश!