Experiencing 1990-1992 all over again!
वो हर रहगुज़र पर
बिन बात ही आँसू की बरसात
फिर आँखें पोंछ चल पड़ना
तनहा ज़िंदगी के साथ
फिर जी रहें हैं हम
वही लम्हात!
वो हर रहगुज़र पर
बिन बात ही आँसू की बरसात
फिर आँखें पोंछ चल पड़ना
तनहा ज़िंदगी के साथ
फिर जी रहें हैं हम
वही लम्हात!
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