बारहा चेहरे बदल के
पेश जो आती है ज़िंदगी
एक बार तो -
एक बार तो -
आशिक़ों के दर पे बेहिजाब आ .
रुसवा किया,
रुसवा किया,
सोजो ग़म से तारूफ करा दिया
हर बार हम ने हंस, तुझे
हर बार हम ने हंस, तुझे
बाआबरू विदा किया.
A personal expression of experience of love
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