कहते हैं सभी
रूह को देखो, कि
इस में इंसान की धरी
हक़ीक़त है -
फिर क्यूँ हम
तुम्हारे चेहरे पे खींची
लकीरों से
अपने वजूद का
पता पूछते हैं?
क्या इस लिए कि
तुम रूह हो मेरी ?
क्या इस लिए कि
तुम रूह हो मेरी ?
A personal expression of experience of love
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