Wednesday, September 11, 2024

 

मेरे साँसों की सारंगी
जब तेरे लबों से 
निकले धुन की गहराइयों में 
घुलती है --
उस लम्हे की म्यूजिक में फिर से आजकल ज़िंदगी कुछ और जीने के  
बहाने ढूँढती है ।

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